बिगड़ सकती है मजदूरों की रामनवमी, बैंकों से खाली हाथ लौटे मजदूर, नहीं आई सीएम योगी मदद

 सीएम योगी आदित्यनाथ ने मजदूरों के खाते में एक-एक हजार रुपये भेज देने की घोषणा क्या की। सोमवार को बैंकों की शाखाओं में मजदूरों की भीड़ उमड़ पड़ी। लेकिन उनको मायूसी तब लगी, जब उनको बताया गया कि अभी उनके खाते में पैसा नहीं आया है। ऐसे में मजदूरों की रामनवमी बिगड़ सकती है। 
चांदमारी प्रतिनिधि के अनुसार, नवरात्र में नवदुर्गा की पूजा होती है। अष्टमी की रात्रि में घर-घर पूजा-पाठ होता है। अखंड दीप जलाये जाते हैं, जो रात भर जलता रहता है। साथ ही कई तरह के पकवान भी बनाये जाते है। जगह-जगह मेला लगता है। लेकिन इस बार कोरोना के कहर ने वो उत्साह ठंडा कर दिया है। खाने को दो वक्त की रोटी नही मिल रही है, त्योहार मनाने की बात कैसे की जाय। सबसे ज्यादा गरीबों, मजदूरों को परेशानी हो रही है। उनके घर में पैसे नही है। इन परिस्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मनरेगा मजदूरों के खाते में एक-एक हजार रुपये भेजने की घोषणा कर इनके चेहरे पर खशी ला दी। जैसे ही लोगों को एक-एक हजार रुपये खाते में आने की जानकारी हुयी, सभी दौड़े-दौड़े बैंकों पर जा पहुंचे।
आयर बाजार में केजीएसजी बैंक पर सोमवार को पूर्वाह्न नौ बजे ही पैसा निकालने को मनरेगा मजदूरों की भीड़ लग गयी। एक सुरक्षाकर्मी मजदूरों को सोशल डिस्टेंश की बात बताता रहा। दूर-दूर लोगों को बैठाया। जैसे ही बैंक के कर्मचारी आये तो मजदूर निराश हो गये। उनको बताया गया कि कोई भी पेंशन, मजदूरी नही आई है। जिसका पैसा खाते में हैं। वो लाइन में रहे, बाकी लोग वापस चले जाय। शिवरामपुर के बरसाती और महंगु ने बताया कि बड़ी खुशी हुई कि चला एक हजार में कुछ त काम होई। पइसा नाही मिलल, अब वापस जात हयी। सोचले रहली कि नवमी पर परिवार में खुशियां मनावल जाई पर का करी। कोहासी की उर्मिला वनवासी भी निराश होकर वापस चली गयी। पिंडरा प्रतिनिधि के अनुसार, सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कोरोना के चलते घर बैठे मजदूरों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से एक-एक हजार रुपये ट्रांसफर करने की घोषणा की। इसकी जानकारी मनरेगा मजदूरों को हुई तो बैंकों में भीड़ हो गई। बैंक के बाहर तक लाइन लग गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। फूलपुर स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा पहुंचे सुरही निवासी सूरज ने बताया कि आज सुना एक हजार रुपए आया है, इसलिए बैंक निकलने पहुच गया। लेकिन बैंक प्रबंधक द्वारा अभी तक खाते में धन न आने की बात कह सबको वापस कर दिया। जिससे उनको निराशा हाथ लगी।
पहली बार है जब नही लगेगा मेला
चांदमारी। आयर के पं. गिरिजाशंकर मिश्र ने बताया कि बाजार में हनुमान मंदिर के पास सैकड़ों वर्षों से मेला लगता आ रहा है। पहली बार है जब रामनवमी के दिन यहां मेला नही लगेगा। मेरे जीवन में ऐसा पहली बार हो रहा है। भारतीय परम्परा के अनुसार रामनवमी पर विशेष पूजा-पाठ किया जाता है। हलुआ, पूड़ी, गुलगुला, चावल, दाल सहित तमाम पकवान बनाये जाते हैं।