नोएडा कोरोना की महामारी को फैलाने पर एक कंपनी के विरुद्ध हुई एफ आई आर


नोएडा : और ग्रेटर नोएडा में अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित 23 लोगों की पहचान हो चुकी है। इन सभी लोगों का उपचार चल रहा है। लेकिन यह लोग इस वायरस की चपेट में कैसे आए? इस सवाल का जवाब स्वास्थ्य विभाग ने जांच पड़ताल में तलाश कर लिया है। जिसमें बड़ा खुलासा...
सीएमओ डॉ अनुराग भार्गव ने बताया, जनपद गौतमबुद्ध नगर में अब तक कोरोना वायरस पॉजिटिव कुल 23 मरीज पाए गए हैं। इन सबके इंफेक्शन के सोर्स तलाश कर लिए गए हैं। जिसमें सिद्धार्थ सक्सेना विदेश यात्रा पर डेनमार्क गए थे। और जब वापस लौटे तो उनके घर में कुल 10 लोग थे। उन सभी 10 लोगों को कोरोना टेस्ट कराया गया तो सिद्धार्थ सक्सेना, उनकी माता और भतीजी का टेस्ट पॉजिटिव आया। इन तीनों लोगों को वायरस इंफेक्शन होना स्पष्ट है।


इसी प्रकार सीजफायर कंपनी के प्रबंधक निदेशक विगत एक मार्च को यूके से लौट कर आए थे। फिर 7 मार्च को उनके स्टाफ ऑफिसर लौट कर आए थे। 14, 15 और 16 मार्च को एक विदेशी ऑडिटर ने कंपनी में आकर ऑडिट किया। जिसकी सूचना कंपनी ने स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी। उनकी कंपनी और उनके परिवार के कुल 13 लोगों में इंफेक्शन हो गया। ये सारे लोग नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रहते हैं।