1. मजदूरों के भरण-पोषण के लिए 2163 इकाईयां अपने परिसरों में व्यवस्था कर रही हैं। लॉकडाउन अवधि में ही 3541 कितनी इकाईयों द्वारा मजदूरों को भुगतान किया गया है। अब तक 5314 इकाईयों से बातचीत हुई। इसमें 2503 इकाईयां इस पर सहमत हुई।
2. 2163 इकाईयों के मजदूर फैक्टरी के आस-पास ही रह रहे है, अतः उनको परिसर में रोकने की आवश्यकता नही है। अधिकांश फैक्ट्रियों द्वारा वेतन प्रत्येक माह के 1 से 7 तारीख के मध्य वितरित किया जाता है।
3. उद्योगों को चलाए जाने का निर्णय लिया गया है, उनकी स्थिति तथा उनके कार्मिकों के पास आदि की व्यवस्था की गई है। 1873 इकाईयों को चालू होना चाहिए था। अभी 1425 इकाईयां चालू हैं। 335 इकाईयों में कर्मचारियों को पास की समस्या है। जबकि 989 इकाईयों में पास की समस्या हल की गई है।
4. निर्माण कार्यों से जुड़े 8.01 लाख श्रमिकों को 1000 रूपये की धनराशि कुल 80.01 करोड़ उनके बैंक खाते में हस्तान्तरित कर दी गई है। इसमें 8.3 करोड़ का भुगतान आज किया गया है।
5. राज्य स्तरीय कन्ट्रोल रूम (दूरभाष संख्या 0522-2202893) में 72 शिकायतें प्राप्त हुई, जिसमें 14 प्रकरण श्रम विभाग, 17 प्रकरण सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग तथा शेष 41 प्रकरण स्थानीय लॉजिस्टिक, पास एवं स्वास्थ्य से संबंधित हैं। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग तथा श्रम विभाग से संबंधित प्रकरणों का संबंधित विभागों से समन्वय करते हुए अधिकांश का निस्तारण कराया जा चुका है। शेष 4। को संबंधित जिला स्तरीय कन्ट्रोल रूम से संपर्क करने हेतु सुझाव दिया गया।
6. मुख्यमंत्री हेल्पलाइन (दूरभाष-1076) पर वेतन भुगतान से संबंधित 93 शिकायतें प्राप्त हुई, जोकि संबंधित जनपदों के श्रम विभाग के अधिकारियों को निस्तारण हेतु प्रेषित की गयी। इनमें 15 का आंशिक निस्तारण हो चुका है।