त्यौर बुर्जुग प्रधान पर लगा विकास कार्यों में पक्षपात का आरोप

पक्षपात के कारण विकास कार्यों में जनता के साथ भेदभाव


बुलन्दशहर : छतारी केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा इस समय स्वच्छ भारत मिशन पर काफी ध्यान दिया जा रहा है वहीं सरकार के सभी ग्राम पंचायतों में आदेश जारी है कि जहां पर विकास की अति आवश्यकता हो वहां पर सरकारी धनराशि को सर्वप्रथम में प्रयोग किया जाए लेकिन पहासू ब्लॉक के गांव त्यौर बुर्जुग के मौजूदा प्रधान द्वारा विकास कार्यों में काफी पक्षपात कर पैसे का बंदरबांट किया जा रहा है त्यौर बुजुर्ग ग्राम पंचायत के अधीन आठ और माजरा भी आते है लेकिन वास्तव में मौजूदा ग्राम प्रधान द्वारा अपने निजी गांव मूठा करीमपुर में काफी सरकारी पैसे का प्रयोग कर विकास कार्य कराए गए हैं लेकिन पंचायत के कुछ गांव ऐसे भी है जहां पर साढे चार साल बीत जाने के उपरांत भी एक भी विकास कार्य नहीं कराया गया है पंचायत के माजरा केवल यह आस लगाए हैं कि कब मौजूदा प्रधान की प्रधानी समाप्त हो जाए और अगली पंचवर्षीय प्रधान द्वारा गांव का विकास कार्य आरम्भ हो सके वहीं काफी ग्रामीणों द्वारा मौजूदा प्रधान की काफी शिकायतें भी की गई हैं लेकिन उनकी शिकायतों पर केवल उन्हें निराशा ही हाथ मिली है वहीं माजरा गंगावास की शिकायतों पर जिलाधिकारी का प्रोग्राम लगा था लेकिन अहम समय पर वह भी कैन्सिल कर दिया गया था जिसके कारण शिकायत कार्यताओ को काफी निराशा महसूस हुई ऐसा ही मामला अब माजरा असगरपुर का है जहां पर सदैव ही गन्दे नाले का पानी गली में भरा रहता है मौहल्ले वालों ने काफी बार मौजूदा प्रधान से शिकायत कर दी है लेकिन प्रधान केवल अपना व अपने चहेते लोगों के ही विकास कार्य करवाकर सरकारी धनराशि का दुरप्रयोग करने में लगा हुआ है वही मौहल्ले के लोगों ने बताया कि गाली मे पानी भरा रहने के कारण बडे लोगों के साथ साथ स्कूल आते जाते बच्चों का भी निकलना मुश्किल हो जाता हैं वहीं गंदा पानी भरा रहने के कारण असंक्रमित बीमारियों का फैलने का भय बना रहता है वहीं मौहल्ले के लोगों ने बीडीओ पहासू को शिकायत पत्र देकर जांच कराकर उचित स्थानों पर विकास करवाने  की मांग की है।