मौसम का बदला मिजाज रविवार शाम दो परिवारों के लिए मातम लेकर आया। कानपुर नगर के बिल्हौर और रसूलाबाद में खेत पर गए किसान घर वापस नहीं आ सके, आंधी में उनकी जान जाने की सूचना से परिवार वालों में कोहराम मच गया। प्रशासनिक अफसरों ने दोनों पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाते हुए आथिक मदद का भरोसा दिया है।कानपुर नगर के बिल्हौर तहसील अंतर्ग परसाद नवादा खंड लालपुर गांव निवासी 45 वर्षीय रामबाबू वर्मा किसान थे। रविवार शाम वह गेहूं की फसल काटने के बाद साइकिल से घर लौट रहे थे। रास्ते में आई आंधी में हाईटेंशन लाइन का पोल टूटकर उनपर आ गिरा। सिर पर गंभीर चोट लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई और पोल के नीचे दब गई।आसपास खेत में मौजूद लोगों की सूचना पर पहुंचे स्वजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंचे तहसीलदार ने स्वजनों को ढांढस बंधाते हुए आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। बिल्हौर तहसीलदार अवनीश कुमार ने बताया कि मरने वाले किसान की पत्नी को दैवी आपदा के तहत चार लाख व किसान दुर्घटना बीमा के तहत पांच लाख रुपये आर्थिक सहायता दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कानपुर देहात जनपद के रसूलाबाद मदारपुर गांव निवासी 45 वर्षीय बलराम गेहूं की फसल कटवाने खेतों पर गये थे। थ्रेसर से फसल की मड़ाई कराते समय अचानक आंधी आ गई। आंधी में उड़ने वाले भूसे को ढकने के लिए वह आम के पेड़ के नीचे रखे पुआल को लेने गया। इस बीच अचानक पेड़ गिरने से वह दबकर गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास के लोग और स्वजन उसे सीएचसी ले गए लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। थाना प्रभारी तुलसीराम पांडेय ने बताया कि कहिंजरी चौकी इंचार्ज जसवीर सिंह को मौके पर भेजकर तहसील प्रशासन को सूचना दी गई है
कानपुर नगर के बिल्हौर और कानपुर देहात के रसूलाबाद में हादसे के बाद दो किसानों की मौत पर घरवालों में कोहराम