बुलन्दशहर : जिला महिला अस्पताल का एक फार्मेसिस्ट कोरोना पाॅजिटिव पाये जाने पर जिला महिला अस्पताल को हाॅट स्पाॅट घोषित करते हुए सील किया गया है साथ ही पूरे अस्पताल को सेनेटाइज कराया गया है जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह, ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया जिलाधिकारी ने जिला महिला चिकित्सालय को हाॅटस्पाट घोषित करते हुए सीएमओ को निर्देश दिये कि अस्पताल में कार्य करने वाले समस्त डाॅक्टर्स व अन्य सभी कर्मी व वर्तमान में इलाज करा रहे समस्त मरीज स्वेब टैस्ट का परिणाम आने तक चिकित्सालय में ही रहेगें तथा इनके परिवार के लोगों को होम क्वोरेन्टाइन में रखा जाये उन्होंने कहा कि आजकल चिकित्सालय में मरीजों की संख्या कम होने के कारण उन सभी के रहने के लिए वहाॅ पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध हैं यदि अतिरिक्त बेड की आवश्यकता पड़ती है तो उप जिलाधिकारी सदर से समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त लोगों को शहर के इन्स्टीट्यूशनल क्वोरेन्टाइन सेंटर में रखना एवं सभी लोगों के भोजन आदि की समस्त व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे
सीएमओ को यह भी निर्देश दिये गये कि वह जिला चिकित्सालय महिला व पुरूष में कार्यरत समस्त लोगों का आज ही शत-प्रतिशत रैपिड व स्वेब टैस्ट कराना सुनिश्चित करेंगे रैपिड टैस्ट में जो भी व्यक्ति संदिग्ध पाये जाते हैं उन्हें स्वैब टैस्ट का परिणाम आने तक तत्काल आईसोलेट करते हुए अन्य से पृथक रखें ताकि यदि टैस्ट लैब में अत्यधिक दबाब के कारण यदि स्वेब टैस्ट का परिणाम आने में विलम्ब होता है तो उस दशा में संक्रमण आगे न फैले जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि वह स्वयं फोलोअप करते हुए स्वेब टैस्ट का परिणााम प्राथमिकता पर मंगाना सुनिश्चित करें स्वैव टेस्ट का परिणाम आने,अग्रिम आदेशों तक बुलन्दशहर जिला चिकित्सालय की इमरजेंसी में अब किसी भी नये मरीज को भर्ती न किया जाये इसके लिए चिकित्सालय में आने वाले नये पुरूष मरीजों को सिकन्द्राबाद चिकित्सालय नयी महिला मरीजों को खुर्जा महिला चिकित्सालय अथवा आवश्यकतानुसार ऐसे मरीजों को जिन्हें कुछ ऐसी फैसिलिटी चाहिए जो केवल जिला चिकित्सालय में उपलब्ध है और सिकन्द्राबाद,खुर्जा चिकित्सालय में उपलब्ध नहीं हैं, तो शासन के दिशा-निर्देशानुसार उन्हें किसी निजी अस्पताल में भेजें बुलन्दशहर जिला महिला व पुरूष चिकित्सालय की इमरजेंसी में वर्तमान में जितने भी मरीज भर्ती हैं उन्हें स्वैब टैस्ट का परिणाम आने तक कहीं भी न भेजा जाये और उनका समुचित उपचार सुनिश्चित किया जाये ताकि आगे संक्रमण फैलने से रोका जा सके।
कोरोना पॉजिटिव फार्मासिस्ट मिलने पर महिला अस्पताल को हॉटस्पॉट घोषित किये जाने के बाद किया सील