उत्तर प्रदेश : की राजधानी लखनऊ में कोरोना से (72) वर्षीय पुरुष की मौत हो गई है। ये मरीज श्रावस्ती का रहने वाला था। निजी अस्पताल में भर्ती था जहां से उसे पीजीआइ के आइसीयू में भर्ती किया गया था, देर शाम उसकी मौत हो गई। केजीएमयू की एक नर्स में कोरोना संक्रमण मिलने से अफरातफरी मच गई। ट्रॉमा सेंटर के आइसीयू में तैनात नर्स से कई में संक्रमण का खतरा है। वहीं, श्रावस्ती के युवक व उरई की महिला मेें कोरोना की पुष्टि हुई है।स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को 166 संदिग्धों के सैंपल भेजे। इनमें कोरोना पॉजिटिव श्रावस्ती निवासी व्यक्ति का 30 वर्षीय बेटा भी कोरोना संक्रमित पाया गया है।बताया जा रहा है कि केजीएमयू के क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग की आइसीयू में तैनात नर्स की तबीयत कई दिन से खराब थी। बावजूद उससे ड्यूटी कराई जा रही थी। शनिवार को उसका सैंपल लैब भेजा गया था। रविवार को आई रिपोर्ट में नर्स के संक्रमित पाए जाने के बाद वहां, डॉक्टर, नर्स, मरीज, तीमारदारों में संक्रमण का खतरा है। इस दौरान क्रिटिकल केयर यूनिट की भर्ती बंद कर दी गई है। वहीं, संक्रमित नर्स को आइसोलेट कर दिया गया है।वहीं, केजीएमयू में शुक्रवार को भर्ती हुए कोरोना पॉजिटिव उरई के डॉक्टर ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। उनकी पत्नी में भी रविवार को वायरस की पुष्टि हुई है। उन्हें आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया। वहीं, बेटा-बेटी अभी क्वारंटाइन वार्ड में हैं।kgmu के डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि नर्स में कोरोना पॉजिटिव आया है। ऐसे में क्रिटिकल केयर मेडिसिन की आइसीयू में भर्ती बंद कर दी गई है। नर्स को आइसोलेट कराया गया है। ऐसे में राजधानी में अब संक्रमित मरीजों की संख्या 208 हो गई है। इसमें लखनऊ के 128 मरीज हैं। शेष मरीज विभिन्न जनपदों के हैं।उधर, मरीजों के ठीक होने का सिलसिला भी जारी है। अब तक कुल 50 मरीज डिस्चार्ज हुए। इसमें सबसे अधिक साढ़ामऊ अस्पताल में ठीक हुए। लखनऊ के कुल 30 मरीज ठीक हुए। वहीं, बहराइच में महाराष्ट्र से घर लौटे प्रवासी के सैंपल जांच में कोरोना की पुष्टि हुई है। अब तक जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर नौ पहुंच गई है।
लखनऊ में कोरोना से दूसरी मौत, अब तक 208 पॉजिटिव