डब्लूएचओ की रिपोर्टे पूर्व में ही घोषित कर चुकी है कि 2020 में भारत के 20%लोग मानसिक तनावग्रस्त होंगे

 भारत की 60%महिलाएँ घर के काम की व्यस्तता के कारण व पौष्टिक भोजन के अभाव में एनीमिया आयरन विटामिन डी की कमी से रोगग्रस्त होती हैं



दिल्ली : डॉ राजकुमारी प्रवक्ता हिंदी विभाग जब से देश में कोरोना की स्थिति में लॉक डाउन बढ़ता गया उनके कार्य की समय सीमाएं समाप्त हो गई इसका मूल कारण है परिवारजनों का एक साथ घर में रहना हैं पारिवारिक सदस्यों का प्रातःकालीन देर से उठना खाना देर से बनाना कभी कभार मनपसंद खाने की फरमाइशे पूरी करना सफाई बर्तन कपड़े इन सभी में दिन कब समाप्त हो जाता पता ही नहीं चलता फिर देर रात तक जागना ऐसे में महिलाएँ फिरकी की भाँति सारा दिन किचन में खाना बर्तन में ज्यादा व्यस्त रहने लगी हैं जिससे शरीरिक थकावट तो होती ही है साथ ही काम ना निपटने का दिमाग़ी तनाव भी बना रहता है शरीरिक एवं मानसिक तनाव अब चिड़चिड़ापन भी ला रहा हैं ऑवर लोड उन्हें रोगग्रस्त तो करेगा ही करेगा क्यों कि किसी भी क्षेत्र में संतुलन बिगड़ने के परिणाम घातक ही होते महिलाओं का स्वस्थ बिगड़ने पर परिवार का बैलेंस बिगड़ना भी स्वाभाविक है भारत में अधिकतर स्त्रियाँ की पौष्टिक आहार नहीं करती समय पर खाना नहीं खाती तो उनके बीमार होने के चांस अधिक बढ़ जाते हैं गर्मी के इस मौसम में पसीने से तरबदर औरतें किचन में बार-बार कार्य करने कैसे जाएँगी उल्टियाँ दस्त चक्कर आना जैसी बीमारियां घेर लेगी वर्तमान समय में तो चिकित्सा सुविधाओं का लाभ भी कम मिल रहा हैं अब उनकी सोचनीय स्थिति है इनमें वर्किंग महिलाएं भी हैं चूंकि कोरोना के खतरे को देखते हुए उन्होनें अपनी कामवाली सहायक महिलाओं को छुट्टियाँ दें स्वयं दोगुना परिश्रम कर रहीं है घरेलू और ऑफीशियल कार्य घर पर ही कर रही हैं जिससे मेंटली प्रेशर भी बढ़ गया ज़ाहिर है कि पुरुषों की अपेक्षाकृत अवसाद,डिप्रेशन का अधिक शिकार वही बनेंगी घरों में कैद लोग प्रतिदिन कोरोना मरीजों की संख्या की वृद्धिदर आइसोलेशन में रह रहें मरीज क्वारंटीन लोगों की संख्या पढ़ सुन भी नकरात्मक असर महिलाओं पर अधिक संवेदनशील होने के कारण पड़ रहा है ऐसा नहीं कि पुरुषों नहीं हैं उनके भी तनाव के भिन्न  कारण हैं डब्लूएचओ की रिपोर्टे पूर्व ही घोषित कर चुकी हैं कि 2020 में भारत के 20%लोग मानसिक तनावग्रस्त हो सामान्यत : भारत की 60%महिलाएँ घर के काम की व्यस्तता के कारण पौष्टिक भोजन के अभाव में एनीमिया आयरन विटामिन डी की कमी से रोगग्रस्त होती हैं ऑफ़ीशियल महिलाओं में सर्वाइकल की जो प्राब्लम हैं अब ओर बढ़ने की संभावनाएं हैं लॉक डाउन में अत्याधिक कार्य भार मानसिक तनाव असमय भोजन अपौष्टिक आहार के कारणवश अब स्त्रियों में ये रोग बढ़ने की पूरी संभावना हैं । 


डॉ .राजकुमारी 
हिंदी प्रवक्ता