होम क्वॉरेंटाइन से खुद को व परिवार को कोरोना संक्रमण से बचाएं

 आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन में अंतर समझें


बुलन्दशहर : कोरोना संक्रमण के इस दौर में आइसोलेशन और क्वारेंटाइन यह दो शब्द तेजी से उभरे हैं कोरोना वायरस से बचने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग उन सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन की सलाह देती है जो विदेश अथवा किसी दूसरे राज्य की यात्रा करके आए हो या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये हों क्वारंटाइन के दौरान संबंधित व्यक्ति को भी 14 दिन तक देखभाल में रखा जाता है इस दौरान उसे आवश्यक उपचार व डॉक्टर की सलाह से दी जाती हैं प्रत्येक जिले में जगह-जगह पर क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं इसके अलावा होम क्वॉरेंटाइन होने के लिए कोई व्यक्ति अपने घर का एक कमरे का चुनाव भी कर सकता है ताकि वह स्वस्थ लोगों से दूर रह सके होम क्वॉरेंटाइन के जरिए ही आप खुद को और अपने परिवार को कोरोना के संक्रमण से बचा सकते हैं स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी कर होम क्वॉरेंटाइन के बारे में लोगों को जानकारी दी है जिला सर्विलांस अधिकारी डा. बीके श्रीवास्तव, ने बताया जनपद में प्रशासन द्वारा 431 को क्वारंटाइन किया गया है जहां पर सभी के लिए खाने-पीने से लेकर तमाम सुविधा प्रशासन की ओर से मुहिया कराई जा रही हैं।
इनसेट होम क्वारंटाइन में रखें ध्यान अपने घर के ऐसे कमरे में रहें जो हवादार हो और जिसमें शौचालय की सुविधा हो यदि किसी अन्य सदस्य को उसी कमरे में रहना पड़े तो एक मीटर की दूरी जरूर बनाएं होम क्वारंटाइन में रहने वाले व्यक्ति घर के बुजुर्गों गर्भवती महिलाओं और बच्चों से दूरी बनाकर रहें ऐसे व्यक्ति किसी भी भीड़-भाड़ वाली जगह ना जाए हाथों को साबुन से बार-बार धोएं और अल्कोहाल युक्त हैंड सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें अपने कपड़े बिस्तर और बर्तन के सिवाए दूसरों के सामानों को न छुएं कोरोना वायरस से बचाव के लिए सर्जिकल मास्क लगाकर रहें मास्क को हर 6-8 घंटे में मास्क बदल दें पुराने मास्क को किसी बंद ढक्कन वाले कूड़ेदान में फेंक कमरे की साफ-सफाई करने से पहले हाथों में दस्ताने पहनें जब दस्ताने उतारें तब हाथों को अच्छे से धोएं और सैनेटाइज करें होम क्वॉरेंटाइन व्यक्ति की देखभाल घर का कोई एक सदस्य ही करे यह व्यक्ति क्वॉरेंटाइन व्यक्ति की त्वचा से सीधे संपर्क से परहेज करें बाहरी लोगों और मेहमानों को घर में न बुलाएं कम से कम 14 दिनों तक तो ऐसा करें ही जब तक कि रिपोर्ट नेगेटिव न आ जाए
इनसेट आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन में अन्तर आइसोलेशन उस व्यक्ति को किया जाता है जो कोरोना वायरस संक्रमित हो जाता है और उसके संक्रमण होने की पुष्टि डॉक्टर द्वारा कर ली जाती है आइसोलेशन के दौरान उन्हें पूरी तरह की सुविधा दी जाती है उनका ख्याल रखा जाता है और साथ ही उन्हें सभी प्रकार की दवाइयां देकर स्वस्थ करने की प्रक्रिया 14 दिन तक अपनाई जाती है आइसोलेशन वार्ड घर से दूर किसी एकांत स्थान पर होते हैं इनसेट कोरोना के लक्षणों पर क्या करें यदि आपको कोरोना वायरस के कुछ लक्षण खांसी बुखार सांस में तकलीफ़ दिखाई देते हैं तो चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग-1800-180-5145,स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय-91 11-23978046, टोल फ्री नम्बर-1075 अथवा हेल्थ सेंटर 011-23978046 पर फोन कर जानकारी कर सकते हैं ।