मध्य प्रदेश में उपचुनाव से पहले भाजपा में बगावत

 बगावत की सुगबुगाहट कमलनाथ कैंप में सिंधिया विरोधी भाजपाइयों की दस्तक 


भोपाल : जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर अभियान की बात की है तब से लोग समझ गए हैं कि अब उन्हें कोरोना में ही जीना है। बाजार खुलने लगे हैं और इसी के साथ राजनीति के मेले भी सजने लगे हैं। मध्य प्रदेश की 24 सीटों पर उपचुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में बगावत की सुगबुगाहट भी जा रही है।
मध्य प्रदेश में 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं और यही चुनाव मध्य प्रदेश में अगले 3 साल के लिए सरकार का निर्धारण करेंगे। ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को टिकट का ऐलान हो जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी में बगावत की तैयारियां शुरू हो गई हैं। 
कांग्रेस में ग्वालियर चंबल संभाग के सबसे बड़े नेता का पद रिक्त है। ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा खाली की गई कुर्सी पर बैठने के लिए जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी के कई नेता दौड़ लगा रहे हैं तो दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के भी कुछ चेहरे ऐसे हैं जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के खाली सिंहासन पर कब्जा जमाने की जुगत लगा रहे हैं। 
मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन से पहले कमलनाथ कैंप से आई खबरों के असत्य साबित होने के बाद अब भरोसा करना मुश्किल है परंतु फिर भी उल्लेख करना जरूरी है कि कमलनाथ कैंप में भारतीय जनता पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं का आना-जाना लगा हुआ है। इनमें से ज्यादातर वह है जो कांग्रेस पार्टी का टिकट चाहते हैं। हालांकि दूसरे सूत्रों का कहना है कि 24 में से 18 सीटों पर टिकट का फैसला दिग्विजय सिंह करेंगे।