श्रमिकों को सकुशल अपने घर पहुंचाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध "सीएम योगी

"मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पैदल चलने वालों के लिए किए विशेष इंतजाम,


"हर थाने में विशेष दल का गठन कर ऐसे लोगों की सहायता करने का निर्देश जारी, 


"मुख्यमंत्री का निर्देश, जिला स्तर पर अभियान चलाकर पैदल चलने वालों की करें सहायता, 


"1 मार्च से अब तक 13 लाख 50 हजार से अधिक लोगों ने किया यूपी का रुख, 


"380 ट्रेनों से अबतक 4 लाख 70 हजार लोगों की हुई वापसी, 


"कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने लोकभवन में की प्रेस कॉन्फ्रेंस


लखनऊ : 15 मई, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य है। इस कारण प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों की संख्या भी अधिक है। इसके बाद भी श्रमिकों व कामगारों की वापसी में कोई परेशानी ना हो इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। सीएम योगी ने अपील है कि खुद और अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल, दोपहिया वाहनों से ना चलें। सभी को सुरक्षित पहुंचाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। ऐसे लोगों की सहायता के लिए सीएम योगी ने जिला स्तर पर अभियान चलाने का आदेश सभी जिलाधिकारियों को दिया है। इतना ही नहीं अब प्रदेश की सीमा पर भी ऐसे लोगों का सम्मानजनक स्वागत करते हुए सहायता करने का आदेश दिया गया है।  


उक्त जानकारी शुक्रवार को लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में किए गए प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने पत्रकारों को दी। अपर मुख्य सचिव गृह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पैदल, साइकिल व ट्रक आदि वाहनों पर बैठ कर आने वाले प्रवासी श्रमिकों व कामगारों की विशेष चिंता की है। सीएम योगी ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिया है कि जनपद स्तर पर अभियान चलाकर पैदल व दोपहिया से चलने वाले लोगों को रोका जाए। उन्हें क्वारंटीन सेंटर ले जाया जाए। उसके बाद उनकी स्क्रिनिंग कर उन्हें भोजन कराकर होम क्वारंटीन तक जाने के लिए साधन की व्यवस्था की जाए। सीएम येागी ने इस काम के लिए प्रदेश के प्रत्येक थाना स्तर पर विशेष पुलिस टीम का गठन करने का आदेश दिया है। इस टीम का काम ही पैदल, दोपहिया व ट्रक आदि बैठकर यात्रा करने वाले लोगों की हर संभव सहायता करना होगा। 


अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि टीम 11 के साथ बैठक में अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए सीएम योगी ने निर्देश दिया कि जनपद स्तर पर यूपीएसआरटीसी की बसों के अलावा ​प्राइवेट बस, जीप आदि साधनों की व्यवस्था कर ली जाए। हर थाना स्तर पर इन वाहनों को उपलब्ध करा दिया जाए। जिससे की जरूरत पड़ने पर कभी भी पैदल, दोपहिया व ट्रक आदि से यात्रा करने वाले लोगों को उनके गृह जनपद तक पहुंचाया जा सके। सीएम योगी ने यह भी निर्देश दिया है कि प्रदेश के सीमा से आने वाले लोगों का सम्मानजनक स्वागत हो इसके लिए वहीं पर उनके भोजन की व्यवस्था हो और उन्हें पानी की बोतल अवश्य दी जाए, इसके बाद उन्हें जनपद तक पहुंचने में हर संभव सहायता की जाए। 


अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के लिए लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अबतक गुजरात से 201, महाराष्ट्र से 72, पंजाब से 67 ट्रेन, कर्नाटक से 13 ट्रेन, केरल से 5, तेलंगाना से 5 ट्रेन सहित कुल 380 ट्रेनों से 4 लाख 70 हजार श्रमिकों व कामगारों की वापसी हुई है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को भी प्रदेश में लगभग 70 ट्रेनों का आगमन हुआ। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब 48 स्टेशनों को इन ट्रेनों के आगमन के लिए चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली से 4 ट्रेनों से करीब 1 लाख लोगों की वापसी हो रही है। ये ट्रेनें बनारस व गोरखपुर आ रही हैं। उन्होंने बताया कि 626 ट्रेनों में से अबतक 380 ट्रेन आ गई हैं। 


अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि 1 मार्च से 30 अप्रैल तक 6 लाख 50 हजार लोगों की वापसी यूपी में हुई है। जिसमें ट्रेनों से 4 लाख 70 हजार, बसों से 70 हजार और 1 लाख 50 हजार लोगों ने अपने वाहनों से वापसी की है। उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर अब तक 13 लाख 50 हजार लोगों ने यूपी का रूख किया है। उन्होंने बताया कि इस पूरे मुहिम में 11964 बसों का विशेष योगदान मिल रहा है। यूपीएसआरटीसी के बेड़े में इस सेवा के लिए 9267 और अनुबंधित 2697 बसें शामिल हैं। 


अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि सभी प्रवासी कामगारों व श्रमिकों का डाटा तैयार किया जाए। सभी की स्किलिंग क्षमता का पूरा ब्यौरा एकत्र किया जाए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए राहत पैकेज का उपयोग इसी डाटा के आधार पर करने का निर्देश सीएम योगी ने दिया है। 


"प्रदेश में एक्टिव केस कम, ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक होने का क्रम जारीजारी, 


प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में बीते सोमवार से प्रदेश में एक्टिव केस कम हैं और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक होने का क्रम जारी है। उन्होंने बताया कि गुरूवार को कोरोना के 4878 सैंपलों की टेस्टिंग की गई। साथ ही 2082 सैंपलों को मिलाकर 426 सैंपलों की पूल टेस्टिंग की गई। टेस्टिंग में 35 पूल पॉजिटीव मिले। उन्होंने बताया कि अबतक पूल टेस्टिंग में 5 सैंपल को मिलाकर एक बड़ा सैंपल बनाया जाता है लेकिन अब 10 सैंपलों को मिलाकर एक बड़ा सैंपल बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि आइसोलेशन में 1878 व क्वारंटीन में 9910 लोगों का उपचार चल रहा है। अबतक संक्रमित होने वाले कुल लोगों में 74.6 प्रतिशत पुरूष और 25.4 प्रतिशत महिलाएं हैं। 


प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सर्विलांस में 75 हजार 6 टीम लगी रहीं। इन टीमों ने 61 लाख 92 हजार 280 घरों का सर्वेक्षण किया। साथ ही 3 करोड़ 7 लाख 34 हजार 222 लोगों की जांच भी किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में काफी संख्या में प्रवासी कामगार व श्रमिकों की वापसी हुई है। सभी को होम क्वारंटीन में 21 दिनों तक रहने के लिए कहा गया है। होम क्वारंटीन में रहने वालों की जांच गांव निगरानी व मोहल्ला निगरानी समिति द्वारा की जा रही है। अब इसी कड़ी को और मजबूत करते हुए आशा वर्करों को भी होम क्वारंटीन में रहने वाले लोगों की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि आशा वर्करों द्वारा अबतक 2 लाख 62 हजार 638 लोगों की जांच की गई है। जांच के दौरान 305 लोगों के अंदर सर्दी, जुखाम, बुखार आदि का लक्षण पाया गया। ऐसे लोगों की रिपोर्ट पर स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई कर रहा है।