हेड कांस्टेबल ने एके-47 से अंधाधुध गोलियां बरसाकर पत्नी व सास सहित चार को उतारा मौत के घाट

एक बच्ची घायल: छोटे साले उसकी पत्नी व दो बच्चों ने पड़ोसियों के घर में छिपकर बचाई जान


वारदात को अंजाम देने के बाद छत पर चढ़कर चीखने लगा कांस्टेबल, पुलिस के आने पर किया आत्मसमर्पण


पंजाब :  पुलिस के हेड कांस्टेबल ने गांव जलालपुर में घरेलू विवाद के चलते आज सुबह अपनी पत्नी, सास व साले और साले की पत्नी को गोलियां बरसाकर मौत की नींद सुला दिया। घटना में साले की 10 साल की बच्ची भी घायल हो गई। पत्नी व तीन ससुराल वालों की हत्या करने वाले कांस्टेबल कुलविंदर सिंह का शनिवार को ससुराल में किसी बात पर विवाद हुआ था। इसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची धर्मकोट पुलिस उसे थाने ले गई थी, तभी से आरोपी कांस्टेबल ने अपमान का बदला लेने की ठान ली थी। कांस्टेबल ने आज सुबह एके-47 से अंधाधुंध फायरिंग कर पत्नी, सास, साले व उसकी पत्नी की हत्या करने के बाद पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आरोपी कांस्टेबल कुलविंदर सिंह मोगा पुलिस लाइन में दंगा विरोधी दल को लीड करता है। पत्‍नी राजविंदर कौर के साथ उसका लंबे समय से विवाद चल रहा था। पत्‍नी अक्सर मायके चली जाती थी, इस बात से कुलविंदर ससुराल के लोगों से भी बेहद खफा था। कांस्टेबल कुलदीप सिंह ने ससुराल पहुंचते ही सरकारी एके- 47 राइफल निकाली और गोलीबारी शुरू कर दी। घटना में पत्‍नी राजविंदर कौर, साला जसकरण सिंह और साले की पत्‍नी इंद्रजीत कौर की मौके पर ही मौत हो गई। 65 वर्षीय सास सुखविंदर कौर को गंभीर हालत में मोगा के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मृत्यु हो गई।
घटना में साले जसकरण सिंह की 10 साल की बेटी जश्‍नप्रीत कौर घायल हो गई। गोलीबारी के समय छोटे साले और मारे गए साले के 2 बच्चों ने पड़ोसियों के घर में छिपकर जान बचाई। बच्ची जश्‍नप्रीत कौर को मथुरादास सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात के बाद आरोपी कुलविंदर छत पर चढ़कर जोर से चीखने लगा और पुलिस के पहुंचने पर आत्मसमर्पण कर दिया। इंद्रजीत कौर उसकी दूसरी पत्नी थी, वह विवाद के बाद बेटी को लेकर मायके में रह रही थी।