राष्ट्रपति ने देश के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया

"161 साल से लंबित रामजन्म भूमि का मामला निपटाया असम में एनआरसी को लागू करवाया और राफेल विमान की खरीद में सरकार को दी क्लीन चिट"



नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई राज्यसभा जाएंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज उन्हे गृह मंत्रालय की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए मनोनित किया। 3 अक्टूबर 2018 को भारत के 46वें चीफ जस्टिस बने गोगोई का कार्यकाल लगभग 13 महीने का रहा था। वह असम के मुख्यमंत्री रहे केशव चन्द्र गोगोई के बेटे हैं।
पूर्व सीजीआई रंजन गोगोई ने कई पुराने लंबित मामलों का निपटारा किया। उन्होने 161 साल से लंबित अयोध्या के रामजन्म भूमि विवाद का लगातार सुनवाई कर निपटारा किया। उन्होने ही असम में कई वर्षों से लंबित एनआरसी को लागू करवाया और राफेल लड़ाकू विमान की खरीद में केंद्र सरकार को क्लीन चिट दी।
18 नवंबर 1954 को जन्मे रंजन गोगोई ने 1978 में वकालत शुरु की और 2001 में गुवाहाटी हाईकोर्ट के स्थाई जज बने। 2011 में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने तथा 23 अप्रैल 2012 को सुप्रीम कोर्ट के जज नियुक्त हुए।