लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने के आरोप में पूर्व विधायक पर दो जगह रिपोर्ट दर्ज


बुलन्दशहर : में ड़िबाई विधान सभा क्षेत्र के पूर्व विधायक श्री भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित, पर लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने के आरोप में उनके 15-16 अज्ञात समर्थकों सहित दो अलग-अलग मामले दर्ज हुए हैं एक रिपोर्ट अनूपशहर कोतवाली में तो दुसरी रिपोर्ट ड़िबाई कोतवाली में एक शव यात्रा में शामिल हो नियमों का उलंघन करने पर हुई है हालांकि पूर्व विधायक गुड्डू पंडित ने इसे एक साजिश करार दिया है और दावा किया है कि दो साधुओं की हत्या हो और वो वहाँ ना जाए यह संभव ही नहीं जनता देख रही हैं डिबाई विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक श्री भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित, जिन पर लांक डाउन व सोशल डिस्टेंसिंग के दो मामले दर्ज हुए है गौर से देखिये इस वायरल वीडियों और तस्वीरों को जो चार दिन पुरानी ड़िबाई कोतवाली क्षेत्र के औरंगाबाद कसेर गांव की है जिनमें लांक डाउन के बावजूद पूर्व विधायक गुडडू पंडित एक अर्थी को कंधा दे भीड के साथ शव की अन्तिम यात्रा में जाते दिख रहे है और लांक डाउन व सोशल डिस्टेंस का इस विडियों में जमकर उलंघन हो रहा है जब कि जब पूर्व विधायक गुडडू पंडित अनूपशहर कोतवाली में दो साधुओं की हत्या के बाद पगौना गांव गये थे आरोप है कि पूर्व विधायक गुडडू पंडित ने अपनेे 15-16 अज्ञात समर्थकों के साथ लांक डाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया मामले को लेकर दर्ज रिपोर्ट में कहा गया है कि अनूपशहर के पगोना में शिव मन्दिर चौराहे के पास गुड्डू पंडित मौज-मस्ती के लिए टहल रहे थे हालांकि गुड्डू पंडित ने दावा किया है कि उन्होंने अपने समर्थकों से कहकर अपराधी को पकड़वाया दो साधुओं की हत्या हो जाए और वहाँ न जाएं ऐसा हो नहीं सकता हालांकि गुड्डू पंडित दावा कर रहे हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया बुलन्दशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह, ने बताया कि गुड्डू पंडित व उसके 30-35 समर्थकों के खिलाफ ड़िबाई में एक और मामला लॉक डाउन उलंघन व सोशल डिस्टेंस उलंघन का दर्ज कराया गया है अनूपशहर में दो साधुओं की पीट-पीट कर एक नशेड़ी युवक ने हत्या कर दी थी जिसके बाद देर शाम को दोनो साधुओं को समाधिस्थ कर दिया गया था उस वक्त गुड्डू पंडित भी पगोना गये थे अनूपशहर में हुई दो साधुओं की हत्या के बाद मौके पर पहुंची ग्रामीणों की भीड़ ने पुलिस की मौजूदगी में ही सोशल डिस्टेंसिंग का उलंघन किया था इस भीड़ का जुटना कोराना काल में घातक हो सकता था ।