नरेगा कार्ड धारकों को नही मिला राशन ग्रामीणों में रोष व्याप्त 

जिलाधिकारी से जांच कर राशन दिलाने की मांग



बुलन्दशहर : धारकपुर में 10 वर्ष से  नरेगा में काम करने वाले मजदूरों को राशन न मिलने पर मजदूरों में तीव्र रोष व्याप्त है मजदूरों ने जिलाधिकारी बुलन्दशहर से जांच कराने की मांग की है मिली जानकारी के अनुसार डिबाई तहसील क्षेत्र के ग्राम धारकपुर में दो दर्जन से अधिक राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के अन्तर्गत नरेगा योजना में गरीब मजदूरों के नाम पंजीकृत हैं और जॉब कार्ड भी बने हुए हैं देश के अन्दर फैली कोरोना वायरस बीमारी के कारण 21 दिन का लॉक डाउन के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा नरेगा मजदूरों को निशुल्क अनाज  देने के सख्त निर्देश दिए गए हैं लेकिन ग्राम धारकपुर में नरेगा में काम करने वाले मजदूर दिनेश पुत्र बलवीर महेश पुत्र तोलाराम आनंद कुमार पुत्र मलखान सिंह धर्मवीर व मलखान सिंह राजू प्रेमपाल छोटे जितेंद्र होरीलाल लालाराम गीतम राजेंद्र सिंह सुरेश अरविंद प्रेम सिंह मदन गोपाल हरवीर मुकेश मनवीर बनवारी खालिस नरेश बाबू विजेंद्र तेगसिह व महिला मजदूर सहित करीब दो दर्जन से अधिक मजदूरों को राशन नहीं दिया गया है जिसके कारण नरेगा मजदूरों में तीव्र रोष व्याप्त है नरेगा मजदूर दिनेश कुमार ने बताया कि जिन लोगों ने कभी नरेगा योजना में कभी मजदूरी  करने नहीं गए उन लोगों के नाम सूची में शामिल हैं और उन्हीं  लोगों को ही राशन दिया गया है  जो लोग अभी तक नरेगा योजना के अन्तर्गत मजदूरी कर रहे हैं उनके नाम लिस्ट से काट दिए गए हैं उन्होंने बताया  कि कुछ मजदूरों को तो अभी तक मजदूरी भी नहीं मिल पाई है जिसके कारण नरेगा के ग्रामीण मजदूरों में गुस्सा
इस संबंध में राशन डीलर श्रीमती सुशीला देवी के पति से पूछे जाने पर उन्होंने बताया खाद्य आपूर्ति विभाग डिबाई तहसील से 43 नरेगा मजदूरों की सूची प्राप्त हुई है उन्हीं को निशुल्क मानक के अनुसार गेहूं दिया जा रहा है और आगे सूची प्राप्त होगी तो आगे भी गेहूं दिया जाएगा नरेगा मजदूर दिनेश कुमार ने जिला अधिकारी बुलन्दशहर से जांच कराकर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करके नरेगा मजदूरों को राशन दिलाने की मांग की है।