पांच दिन में एक ही परिवार के दो बच्चों की मौत से गांव में फैली दहशत

 "गांव में पहुँची पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम डॉक्टरों गांव में अन्य बच्चों की जांच कर खांसी जुकाम दी दवाइयां, 



 बुलन्दशहर : अगौता थाना क्षेत्र के गांव निमचाना में जोगेंद्र पुत्र प्रभु सिंह मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था और उसके परिवार में उसके दो ही बच्चे थे उसे यह मालूम नहीं होगा कि उसके ऊपर परेशानियों का कितना बड़ा पहाड़ टूटने वाला है पाँच अप्रैल को जोगेंद्र का पुत्र कृष्णा उम्र 2 वर्ष को जरा सा निमुनिया हुआ था उसी में उसकी मौत हो गई परिवार उसके शौक से उबरा भी नहीं था कि शनिवार को उसके बड़े बेटे वंश कुमार उम्र 5 वर्ष की मौत हो गई मौत की सूचना पर ग्रामीण जोगिंदर के घर पहुंचे और उससे कहा कि तुम इस बच्चे की मेडिकल जांच करा कर देखो जिससे यह मालूम हो सके की इन बच्चों की मौत किस कारण से हुई है परिजनों ने जिसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग की टीम को दी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में पहुंचकर बच्चों के परिजनों से जानकारी इकट्ठा की और परिजनों ने बताया कि छोटे बच्चे को जरा सा निमोनिया हुआ था और बड़े लडके को चार दिन पहले बुखार आया था और जरा सी खांसी थी जिसका उपचार चल रहा था स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूरे परिवार के अन्य सदस्यों की जांच की तो उसमें कई बच्चों को बुखार खांसी व जुकाम के लक्षण पाए गए जिन्हें उपचार हेतु दवाई दी गई और उन्हें घर पर ही रहने की सलाह दी लेकिन ग्रामीणों दहशत में है कि कहीं इन बच्चों की मौत कोरोना जैसी महामारी के कारण तो नहीं हुई है स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रविवार को गांव पहुंचकर पूरे परिवार की जांच करने का आश्वासन दिया है और कहा है कि हम इनके सैंपल लेकर लैब को भेजेंगे जिससे यह मालूम हो सके की बच्चों की मौत किस कारण से हुई है परिवार के अन्य लोगों के भी सैंपल जांच को भेजे जाएंगे अगौता थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह भी पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे उन्होंने लोगों को कोरोना महामारी जैसी बीमारी के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि सभी लोग अपने अपने घरों में रहे तथा कोई भी बाहरी व्यक्ति गांव में आए तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें।