जेल में आज मिलाई शुरू' जेल में कैदियों से मुलाकात पर लगा प्रतिबंध हटा, 

 कोरोना वायरस की वजह से हुए लाक डाउन के तीसरे चरण में मिली छूट जेलों में बंद सजायाफ्ता एवं विचाराधीन कैदियों के लिये भी अच्छी खबर लेकर आई  है।  केंद्रीय कारागार नैनी समेत परिक्षेत्र की सभी जेलो में मुलाकात की प्रक्रिया 5 मई से दोबारा शुरू होगी। कुछ वैधानिक प्रतिबंधों के साथ सोमवार से केंद्रीय कारागार नैनी में अनिरुद्ध सजायाफ्ता एवं  विचाराधीन कैदियों से मुलाकात पर लगा प्रतिबंध वापस ले लिया गया है। 


जेल प्रशासन ने आपसी सहमती से यह निर्णय लिया है कि मंगलवार से विचाराधीन बंदियों कि उनके परिजनों से सप्ताह में एक बार मुलाकात कराई जाएगी और सजायाफ्ता कैदियों से हर 15 दिन में उनके एक बार परिजन मिल सकेंगे। इसमें कुछ शर्तें भी लागू की गई हैं मसलन एक कैदी से हफ्ते/15 दिन में एक बार एक ही व्यक्ति मुलाकात कर सकता है।  पहले यह संख्या 3 थी, लेकिन कोरोना संक्रमण को ध्यान रखते हुए सोशल  डिस्टेंस और सेनेटराइजिंग का अनुपालन कराने में कोई दिक्कत न आए। इसलिए जेल प्रशासन ने तीन की जगह एक मुलाकाती की उसके जेल में बंद परिजनों से मुलाकात कराने का निर्णय लिया है। 


बताते चलेगी 25 मार्च से लॉक डाउन होने के बाद से नैनी सेंट्रल दिल में कैदियों से मुलाकात की प्रक्रिया रोक दी गई थी। हालांकि करीब 4200 कैदियों वाली इस जेल में बंद कैदियों से उनके परिजनों की बातचीत के लिए मोबाइल और ऑनलाइन कॉलिंग की सुविधा दी गई थीए लेकिन इससे कैदियो और उनके घरवालों दोनों को बहुत दिक्कत होती थी। वरिष्ठ जेल अधीक्षक हरिबक्श सिंह ने बताया कि कैदियों की उनके घर वालों से मुलाकात की प्रक्रिया मंगलवार से दोबारा शुरू कर दी गई है जिसकी वजह पूरे देश में तीसरे चरण के लाकडाउन के दौरान दी गई छूट है। इसमें कुछ शर्तें हैंए उनका अनुपालन करने वालों की ही उनके घरवालों से मुलाकात कराई जाएगी।  


कैदियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए कराया जा रहा योगाभ्यास 


वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस से लडने की क्षमता बढ़ाने के लिए जेल के अंदर कैदियों को रेगुलेरिटी के आधार पर योगाभ्यास कराया जा रहा है। इन कैदियों को अलग-अलग जगहों पर प्रशिक्षित योग गुरुओं के जरिए सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, ध्यान, भस्त्रिकासन, पवनमुक्तासन, हलासन, मयूरासन, सर्वांगासन आदि का अभ्यास कराया जा रहा है, ताकि वह शारीरिक और मानसिक रूप से तंदुरुस्त रहें और उनका इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत बना रहे। ये योगाभ्यास सुबह 5 बजे से 7 बजे तक कराया जाता है।