लॉक डाउन के चलते पान गुटखा तम्बाकू में व्यापारियों ने उठाया सबसे अधिक लाभ

 नए नए नामों की बीड़ी के बण्डल आखिर बाजार में कहा से आये


शिकारपुर : कोरोना वायरस के चलते देश एवम प्रदेश सरकार ने सावधानी हेतु भरपूर कदम उठाए है जिसके चलते जनता अधिकतर यह भी जान चुकी है कि इस महामारी से निपटने का ओर कोई तरीका भी नही है जिसके कारण भारत जो 133 करोड़ आवादी के निकट होने के बाबजूद भी कोरोना से निपटने हेतु भरपूर प्रयासो में जुटा हुआ है जिसके चलते अन्य देशों ने कोरोना के समक्ष घुटने गेर दिए है किन्तु प्रशासन के भरपूर प्रयासो के बाद भी पान गुटखा तम्बाकू आदि की बिक्री रोके जाने के बाद मानो इन नशीली सेवाओं पर जमकर काला बाजारी हो चुकी है और हो रही हैं या सही मायनों में कुछ लोग बुरी तरह से आदि हो चुके है जिसका सीधा फायदा थोक व्यापारियों ने उठाया है इन नशीली वस्तुओ के नए स्टॉक का बाजार में आना तो मानो सात समुंदर पार करने जैसा मुश्किल हो गया है किन्तु उसके बाबजूद भी ज्यादातर व्यापारियों ने स्टॉक बनाकर रखा था जिसका फायदा लॉक डाउन के पहले चरण से ही दुगने का मुनाफा देने लगा किन्तु इस समय स्थिति यहाँ तक पहुच चुकी है इसका अनुमान नही था जी हां नशीले तम्बाकू में कुबेर सबसे ज्यादा ब्लेक हुई जो पांच रुपए में बिकती थी अब सीधे 50 से 70 रुपये में ब्लैक हो रही है दिलबाग जिसका पैकेट 130 का मिलता था सीधे 750 से 950 में बेचा जा रहा है बीड़ी 10 रुपये का बण्डल सीधे 30 से 35 रुपए में बेचा जा रहा है इस जानकारी के आंकड़े इन पदार्थों का सेवन करने वाले काफी लोगो से प्राप्त किये गए है जिसका सीधा मतलब है कि नशे करने वाला व्यक्ति किसी भी कीमत में सामान खरीद कर उसका सेवन करने के आदि हो चुकें है इसी के साथ कभी नाम सुनने में भी न आने वाले बीड़ी के बण्डल जिसको ग्राहक पांच रुपए में भी नही खरीद रहा था वो आज 30 रुपये में बिक्री हो रहा है आखिर दर्जनों की तादात में नए-नए नाम की बीड़ी कहा से आई होगी इसका भी अनुमान लगाना मुश्किल हो चुका है किन्तु लॉक डाउन के चलते सभी नशीली वस्तुओ का स्टॉक व्यापारियों ने निकाल कर मोटा मुनाफा कमा लिया है लोंगो में चर्चा कि थोक विक्रेताओं ने चांदी काटी हैं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार थोक विक्रेताओं के यहां पर अभी भी गुटखा तम्बाकू का माल आ रहा है और वे गुटखा तम्बाकू के पाउच पहलें से ज्यादा रेट में ग्राहकों को दे रहे हैं और कोई ग्राहक कहता है कि भाईसाहब कल तो आपने इतने का दिया था और आज इतने का दुकानदारों का कहना है कि आज माल पहले से ज्यादा रेटों में आया है ।