नोएडा के लाखों लोगों को झटका, पानी की दरें बढ़ाई गईं

सामाजिक संस्थाओं ने सीईओ से की फैसला वापस लेने की अपील


नोएडा विकास प्राधिकरण ने पानी के बिल की दरों में बदलाव कर 7.5 फीसद की बढ़ोतरी कर दी गई है।आवासीय, औद्योगिक, संस्थागत, वाणिज्यक, ईडब्ल्यूएस और श्रमिक कुंज जैसी सभी संपत्तियों पर लागू होंगी।इससे पहले प्राधिकरण ने वर्ष 2018 में पानी की दरों में 25 फीसदी बढ़ोतरी की थी। इससे प्राधिकरण के राजस्व में बढ़ोतरी होगी।
नोएडा विकास प्राधिकरण ने शहर के लाखों लोगों को तगड़ा झटका दिया है। प्राधिकरण ने वाटर चार्जेस में बढ़ोतरी कर दी है। नया टैरिफ लागू कर दिया गया है। जिससे शहर के लोगों में खलबली है। यह खबर सामने आने के बाद नोएडा की तमाम सामाजिक संस्थाओं ने विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी से फैसले को वापस लेने की अपील की है। हालांकि, अभी तक प्राधिकरण की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।


कोरोना वायरस के चलते आगामी 17 मई तक जारी लॉकडाउन के बीच शहरवासियों को नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की दोहरी मार पड़ी है। पानी के बिल की दरों में बदलाव कर 7.5 फीसद की बढ़ोतरी कर दी गई है।


नोएडा प्राधिकरण के मुताबिक अब बढ़ी दरें एक अप्रैल से लागू हो चुकी हैं। यह दरें आवासीय, औद्योगिक, संस्थागत, वाणिज्यक, इकोनॉमिक वीकर सेक्शन (ईडब्ल्यूएस) और श्रमिक कुंज जैसी सभी संपत्तियों पर लागू होंगी।


इससे पहले प्राधिकरण ने वर्ष 2018 में पानी की दरों में 25 फीसदी बढ़ोतरी की थी। इससे प्राधिकरण के राजस्व में बढ़ोतरी होगी। प्राधिकरण अधिकारियों के मुताबिक दो साल पहले दरों को बढ़ाया गया था। उन्हीं दरों को रिवाइज किया गया है। जिसके बाद 7.5 फीसद की बढ़ोतरी लागू की गई है।


बताया जा रहा है कि पिछले एक महीने से चल रहे लॉकडाउन का असर शहर के विकास कार्यों पर पड़ा है। प्राधिकरण का खजाना लगातार खाली होता जा रहा है। ऐसे में राजस्व बढ़ाने के लिए यह कदम उठाए गए हैं। इसमें जहां पहले ईडब्ल्यूएस के आवंटियों को प्रतिमाह 27.50 रुपये की दर से भुगतान करना पड़ता था, अब इसमे 7.5 फीसद की बढ़ोतरी के साथ 29.56 रुपये प्रति माह करना पड़ेगा।


इसी तरह एलआइजी के आवंटियों को पहले 37.50 रुपये का प्रतिमाह भुगतान करना पड़ता था। अब उन्हें 40.31 रुपये देने होंगे। वहीं, एचआईजी के आवंटियों को 155 व डूप्लेक्स आवंटियों को 195 रुपये प्रतिमाह का भुगतान करना पड़ता था। अब इनकी दरों में 7.5 फीसद की बढ़ोतरी कर 166.62 और 209.62 रुपये की दर से देना होगा।


बीएम पोखरियाल (डीजीएम जल) का कहना है कि प्राधिकरण की संपत्तियों में पानी की दरों को रिवाइज कर उनकी दरों में 7.5 फीसद की बढ़ोतरी की गई है। एक अप्रैल से लागू कर दिया गया है।


दूसरी ओर शहर के सामाजिक संगठन इसका विरोध कर रहे हैं। संस्थाओं ने प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी से अपील की है कि उन्हें इस वृद्धि को वापस लेना चाहिए। डीडीआरडब्ल्यूए के अध्यक्ष एनपी सिंह ने कहा, "ऋतु माहेश्वरी जी हम आपसे निवेदन करना चाहते हैं। इस वक़्त सारे देश में कोरोना से महामारी फैल रही है। सारी जनता में त्राहि-त्राहि मची है। सभी लोगों के कारोबार बंद हो गए हैं। व्यापार बंद हो गए हैं। उद्योग बंद हो गए हैं। लोगों को खाने-पीने में भी परेशानी हो रही है। सबकी इनकम बंद हो चुकी है और आप पानी का पैसा बढ़ा रहे हैं।"


एनपी सिंह ने आगे कहा, "हम आपसे अनुरोध करते हैं कि इस संकट की घड़ी में आप नोएडा की जनता को कोऑपरेट करें। जनता का सहयोग करें और पानी का पैसा न बढ़ाएं। हो सके तो कम से कम छह महीने का पानी का बिल पूरी तरह से माफ़ कर दें। आपकी महान कृपा होगी।


नोएडा के अन्य सामाजिक संगठनों ने भी इसका विरोध किया है। नोएडा एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन ने कहा कि यह वक्त लोगों को राहत देने का है, लोगों पर बढ़ी कीमतें थोपने का समय नहीं है। हो सकता है कि प्राधिकरण ने मामूली बढ़ोतरी की है लेकिन इस समय बढ़ोतरी करना मानवीय तौर पर गलत है। प्राधिकरण को यह निर्णय तत्काल वापस लेना चाहिए ।