बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग करेगा मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में सहयोग
बुलन्दशहर : के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पीएचसी पर आयोजित मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में अब ममता दिवस, सुपोषण दिवस किशोरी दिवस मनाए जाएंगे। अब तक यह कार्यक्रम आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ही होते थे। 31 मार्च तक देहात व शहर की सभी पीएचसी पर लगने वाले आरोग्य मेलों में स्वास्थ्य विभाग के साथ बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग भी सहयोग करेगा मेले में आने वालों की काउंसलिंग की जाएगी कि कैसे बच्चों में कुपोषण दूर बुलन्दशहर जिला कार्यक्रम अधिकारी हरिओम बाजपेई ने बताया बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से चल रहे आंगनबाड़ी केन्द्रों पर हर महीने पोषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। अब बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा जनपद में आयोजित मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में सम्बन्धित केन्द्रों पर पोषणयुक्त खान-पान के स्टॉल भी लगाए जाएंगे जहां पर बच्चों के अभिभावकों की काउंसलिंग की जाएगी मेले में 1 मार्च को सुपोषण स्वास्थ्य मेला 8 मार्च को किशोरी दिवस 15 मार्च को ममता दिवस 22 मार्च को सुपोषण दिवस व 29 मार्च को सुपोषण स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जाएगा उन्होंने बताया मेले में गर्भवती महिलाओं की काउंसलिंग की जाएगी इसके साथ ही उन्हें यह भी बताया जाएगा कि जन्म के एक घंटे के अन्दर नवजात को माँ का दूध पिलाएं यह उसका पहला टीका होता है बच्चे के छह माह का होने के बाद उसे माँ के दूध के साथ ऊपरी आहार भी देना चाहिए गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त आहार अवश्य लेना चाहिए हरी सब्जियां ,फल, गुड़-चना मूंगफली, दाल आदि का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए इनके सेवन से गर्भवती को एनीमिया, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर होने का खतरा नहीं रहता उन्होंने बताया जनपद के 3958 आंगनबाड़ी केन्द्रों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 71 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित आरोग्य स्वास्थ्य मेले में सहयोग करेंगी गुलावठी की बाल विकास परियोजना अधिकारी सीडीपीओ सोनम चौधरी, ने बताया छह माह के बाद बच्चों को ऊपरी आहार देने की शुरुआत करनी चाहिए लेकिन इसके साथ ही यह भी आवश्यक है कि जो भोजन दे रहे हैं वह पौष्टिक हो तथा उसका गाढ़ापन उचित हो जैसे-जैसे बच्चे की आयु बढ़ती जाये, भोजन की बारंबारता व मात्रा का ध्यान रखना चाहिए बच्चे के भोजन में उचित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, रेशेयुक्त पदार्थ व सूक्ष्म पोषक तत्व की समुचित मात्रा हो भोजन आकर्षित भी दिखना चाहिए तथा माताओं को यह ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे को आहार खिलाते समय उनका पूरा ध्यान बच्चे पर ही हो टीवी व मोबाइल देखते हुये खाना नहीं खिलाना चाहिए तेल या घी का ही उपयोग करना चाहिए बाजार में उपलब्ध रेडीमेड भोजन से बचना चाहिए ऊपरी आहार देते समय बच्चों को कहानी सुनानी चाहिए इससे रोचकता बढ़ती है और बच्चा भरपेट भोजन भी कर लेता है बच्चे को कटोरी और चम्मच से खाने की आदत डालनी चाहिए।